Mere Des Deya Kalakara Ve
मेरे देस देया कलाकारा वे
मेरे देस देया कलाकारा वे
कोई ऐसा गीत बनायीं
जिस नूं मैं गुनगुना सकां
जिस नूं मैं अपना कह सकां...
मेरे देस देया कलाकारा वे
कोई ऐसा गीत बनायीं
जिस गीत च मेरी पीड़ दिसे
जिस गीत च शहीदां दी परछाईं
Misogyni न हो जाय किते
पित्तरसत्ता दी बु न रलायीं
जाती दा न करी हंकार किते
रंग भेद सारे ही मिटायीं
मेरे देस देया कलाकारा वे
कोई ऐसा गीत बनायीं...
Body shaming वाली न गल करीं
भाषा दी शुद्धता न चायीं
मिट्टी नाल मेरा मोह दिसे
कहानी मेरे वतना दी गायीं
मेरे देस देया कलाकारा वे
कोई ऐसा गीत बनायीं...
Tiller नूं वी हाक मारी
unpaid labour दी वाक सुनाई
सर्वहारा तेरा पख दिसे
तू बराबरी वाली अलख जगाईं
मेरे देस देया कलाकारा वे
कोई ऐसा गीत बनायीं
जिस गीत च मेरी प्रीत दिसे
जिस गीत च मीत दी परछाईं
मेरे देस देया कलाकारा वे
कोई ऐसा गीत बनायीं
जिस गीत च मेरी पीड़ दिसे
जिस गीत च शहीदां दी परछाईं...
-गुलशन उधम
11/12/2020
Comments
Post a Comment